माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियो मे पारिवारिक समायोजन एवं विद्यालयी समायोजन मे अध्ययन
DOI:
https://doi.org/10.1366/6m57xr31Abstract
बालक के सर्वांगीण विकास के लिये परिवार और विद्यालय दोनों की ही अहम भूमिका होती है। परिवार एवं विद्यालय के सहयोग और समझ से ही बालक अपने आप को समायोजित कर पाता है। परिवार एवं विद्यालय का वातावरण यदि सौहादपूर्ण अर्थात अच्छा है, आत्म संतुष्टि एवं सुरक्षा प्रदान करने वाला है तो बालक समायोजन को बढ़ावा देता है। स्वस्थ समायोजन व्यक्ति के जीवन में एवं शिक्षा में सामान्य विकास के लिए अति आवश्यक है। शिक्षा किशोरों को वर्तमान और भविष्य की विभिन्न परिस्थितियों में स्वस्थ समायोजन के लिए प्रशिक्षित करती है। इस तर्क का तात्पर्य है कि शिक्षा और समायोजन परस्पर जुड़े हुए हैं और एक दूसरे के पूरक हैं। इसलिए शिक्षकों और शोधकर्ताओं के लिए यह आवश्यक है कि वे किशोरों के समायोजन की प्रव्रत्तियों और उनके अच्छे मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ में योगदान करने वाले कारकों को समझ सके क्योंकि समायोजन ही एक ऐसी प्रक्रिया है जो विद्यार्थियो को ही नहीं समस्त व्यक्ति को सुखी और खुशहाल जीवन की ओर ले जाती है । इस प्रकार प्रस्तुत शोध पत्र में शोधकर्ती ने माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियो में पारिवारिक समायोजन एवं विद्यालयी समायोजन में अध्ययन कर पर अपने विचार व्यक्त किये है।