महिलाओं का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव: विकास, सशक्तिकरण और परिवर्तन की दिशा में योगदान
DOI:
https://doi.org/10.1366/gq6rx513Abstract
महिलाओं का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव समाज के विकास, सशक्तिकरण और परिवर्तन की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे केवल परिवार की संरचना का आधार ही नहीं हैं, बल्कि आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में भी उनके योगदान ने समाज को नई दिशा दी है। ऐतिहासिक रूप से, महिलाओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक सुधार आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई है, जिससे सामाजिक न्याय और समानता की स्थापना हुई। आर्थिक दृष्टिकोण से, महिलाएं अब विभिन्न उद्योगों, उद्यमिता और कार्यस्थलों में महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रही हैं, जिससे वे आर्थिक विकास की धुरी बन गई हैं। महिलाओं की भागीदारी ने न केवल घर की आय में वृद्धि की है, बल्कि यह समग्र राष्ट्रीय विकास के लिए भी प्रेरक बनी है। इसके अलावा, सशक्तिकरण के माध्यम से महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें राजनीति, व्यवसाय और शिक्षा में नेतृत्व के अवसर मिले हैं। यह बदलाव न केवल उनके व्यक्तिगत विकास को दर्शाता है, बल्कि समाज में एक समावेशी और समतावादी ढांचे को भी प्रोत्साहित करता है। महिलाएं अब सामाजिक परिवर्तन की अग्रदूत बन गई हैं, जो लैंगिक समानता, शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में बड़े बदलाव ला रही हैं, जिससे समाज अधिक प्रगतिशील और सशक्त हो रहा है।



